

नई दिल्ली : नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट: पंजाब से सदर बाजार तक फैले ड्रग नेटवर्क का खुलासा करते हुए सदर बाजार पुलिस का एक चौंकाने वाला मामला सामने लाया है, जिसमें मासूम बच्चों को ड्रग्स मॉड्यूल तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। इस गुनाह का मास्टरमाइंड एक शातिर मॉड्यूलर निकला, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सदर बाजार पुलिस ने सुरजीत मंडल को गिरफ्तार किया है ।इस दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 4 लाख रुपये की स्मैक भी बरामद की है। जांच में सामने आया है कि यह अपने नेटवर्क में बच्चों को पहले छोटे-छोटे काम देकर बहलाता था और धीरे-धीरे उन्हें ड्रग्स एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने और बेचने के काम में झोंक देता था। सदर बाजार की प्रियदर्शनी कॉलोनी जो नशे के कारोबार के नाम से बदनाम थी । पुलिस की सख्ती के चलते वहां के ड्रग्स माफिया के घरों में ताले जड़े हैं और सभी ड्रग्स माफिया घर छोड़कर भागे हुए हैं । उस कालोनी में सुरजीत मंडल का भाई संजय मंडल जो ड्रग्स का किंग था और उसका पूरा परिवार इस नशे के कारोबार से जुड़ा हुआ था । फिलहाल संजय मंडल जेल काट रहा है । उसका भाई सुरजीत मंडल उसका कारोबार संभल रहा था । यह स्मैक बेचने के लिए सदर में आया था ।
दिल्ली पुलिस सदर बाजार की
टीम ने इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए खुलासा किया है । यह आरोपी बच्चों को ड्रग्स के पैक बनाकर उनको किस तरह पुलिस की नजरों और आम लोगों की नजरों से बचा कर बेचना है उसकी ट्रेनिंग देता था । बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले इस गिरोह ने न सिर्फ कानून का उल्लंघन किया, बल्कि समाज के सबसे मासूम वर्ग को भी अंधेरे की तरफ धकेलने की कोशिश की।


पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और इस नेटवर्क से जुड़े बाकी लोगों की तलाश जारी है। साथ ही बच्चों की काउंसलिंग और पुनर्वास की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि ड्रग्स का खेल अब केवल बड़ों तक सीमित नहीं रहा — मासूम बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। जरूरत है सतर्कता और सख्त कार्रवाई की।

