

नई दिल्ली : #Bangladesh Intruders दिल्ली पुलिस ने घुसपैठियों और अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर कड़ा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी अभियान के तहत नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की सदर बाजार पुलिस ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो बाप-बेटे हैं और पिछले 25 सालों से अवैध रूप से भारत में रह रहे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान बिलाल (56) और उसके बेटे फारुख के रूप में हुई है। दोनों को सदर बाजार के चमेलियां रोड से उस वक्त पकड़ा गया जब पुलिस वेरिफिकेशन अभियान चला रही थी। पुलिस को इनकी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद इनके ठिकाने पर छापा मारा गया।


फर्जी दस्तावेजों के सहारे रह रहे थे भारत में
पुलिस जांच में सामने आया कि बिलाल पिछले 25 साल से दिल्ली में रह रहा था और उसने भारत की नागरिकता लेने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए थे। पुलिस को उसके पास से एक फर्जी वोटर कार्ड भी मिला है, जिससे अंदेशा है कि उसने भारतीय चुनावों में मतदान भी किया होगा।
ये दोनों अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए केबल टीवी और वाईफाई का बिजनेस चला रहे थे और उन्होंने अपना एक ऑफिस भी खोल रखा था। पुलिस के अनुसार, बिलाल और फारुख के खिलाफ चोरी और डकैती के चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पहले भी दो बार हो चुके हैं डिपोर्ट
नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि इन दोनों को पहले भी दो बार डिपोर्ट किया जा चुका है, लेकिन ये अवैध रूप से फिर भारत में घुस आए। बार-बार भारत में घुसपैठ करना यह साबित करता है कि अवैध प्रवासी हमारे देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं।
गृह मंत्री आज पेश करेंगे ‘द इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025’
घुसपैठियों और अवैध विदेशी नागरिकों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री अमित शाह आज लोकसभा में ‘द इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025’ पेश करेंगे।
इस बिल के तहत केंद्र सरकार को यह अधिकार मिलेगा कि वह भारत में प्रवेश करने और बाहर जाने वाले लोगों के लिए पासपोर्ट और अन्य यात्रा दस्तावेजों की अनिवार्यता लागू कर सके। साथ ही, विदेशियों से जुड़े मामलों जैसे वीजा और रजिस्ट्रेशन की सख्त निगरानी भी सुनिश्चित की जाएगी।
भारत में घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत
भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिक देश की सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता के लिए खतरा हैं। कई घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिकता प्राप्त कर लेते हैं और सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। अवैध रूप से भारत में रहने वाले विदेशी अपराधों में भी संलिप्त पाए जाते हैं, जिससे कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है।

सरकार को ऐसे घुसपैठियों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और सुरक्षा एजेंसियों को और अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि भारत की संप्रभुता और सुरक्षा बनी रहे।

